नवदुनिया प्रतिनिधि, भोपाल। बैरसिया थाना क्षेत्र के गांव में रहने वाले किसान ने एक माह पहले रिश्तेदारों की प्रताड़ना से तंग आकर खुदकुशी कर ली थी। सोमवार रात उसकी 15 वर्ष की बेटी ने भी घर में जहर खा लिया। मंगलवार सुबह उपचार के दौरान उसने दम तोड़ दिया। शुरुआती पूछताछ में पुलिस को पता चला है कि पिता की मौत के बाद से बेटी काफी दुखी रहती थी।
बैरसिया थाने के एएसआई साहबसिंह ने बताया कि ग्राम हिंगोनी में रहने वाली 15 वर्षीय आरुषि यादव पुत्री स्व. चंद्रमोहन ने सोमवार रात घर में जहरीला पदार्थ खा लिया था।
हालत बिगड़ने पर स्वजन ने उसे रात में ही भोपाल के एक निजी अस्पताल में भर्ती कराया था। उपचार के दौरान मंगलवार सुबह साढ़े सात बजे आरुषि ने दम तोड़ दिया।
जांच में पता चला कि सात जुलाई को आरुषि के पिता 47 वर्षीय चंद्रमोहन ने भी जहर खाकर खुदकुशी कर ली थी। बाद में घर की तलाशी में उनके द्वारा लिखा गया एक सुसाइड नोट मिला था।
इसमें चचेरे भाइयों और चचेरे भाइयों के ससुराल पक्ष द्वारा जमीन के विवाद पर उसे लगातार मानसिक रूप से प्रताड़ित करने का जिक्र किया गया था। उसके आधार पर पुलिस ने आरोपितों के खिलाफ खुदकुशी के लिए उकसाने का केस दर्ज किया था। किशोरी की मौत के बाद घर में मातम का माहौल है।