E20 Petrol: माइलेज से लेकर इंजन तक पर पड़ता है इसका असर, जान लें एक्सपर्ट्स से बचाव के तरीके
20 प्रतिशत एथेनाल मिक्स वाले इस फ्यूल को लेकर शहर के लोग लगातार शिकायत कर रहे थे कि इसके उपयोग से उनकी गाड़ियों का माइलेज काफी गिर गया है। साथ ही बाइक व कारों के इंजन पार्ट्स भी खराब हो रहे हैं। ऑटोमोबाइल एक्सपर्ट का कहना है कि E20 पेट्रोल वाहनों पर कुछ तकनीकी असर डाल सकता है, जिसके बारे में वाहन मालिकों को जागरूक होना जरूरी है।
By Nai Dunia News Network
Publish Date: Fri, 05 Sep 2025 09:21:17 PM (IST)
Updated Date: Fri, 05 Sep 2025 09:21:17 PM (IST)
E20 Petrol: माइलेज से लेकर इंजन तक इसका असर। नईदुनिया प्रतिनिधि, ग्वालियर। देशभर में अब ई-20 पेट्रोल (20 प्रतिशत एथेनाल मिला हुआ पेट्रोल) की बिक्री जारी है। हालांकि, सुप्रीम कोर्ट ने पिछले दिनों फैसले के खिलाफ याचिका दायर की गई थी जिसे कोर्ट ने खारिज कर दिया है। ऐसे में अब देश में ई-20 पेट्रोल की बिक्री का रास्ता पूरी तरफ से साफ हो चुका है।
20 प्रतिशत एथेनाल मिक्स वाले इस फ्यूल को लेकर शहर के लोग लगातार शिकायत कर रहे थे कि इसके उपयोग से उनकी गाड़ियों का माइलेज काफी गिर गया है। साथ ही बाइक व कारों के इंजन पार्ट्स भी खराब हो रहे हैं। लेकिन अब लोगों को मजबूरी में ही सही कोर्ट के निर्णय के बाद इस पेट्रोल का उपयोग करना ही पड़ेगा। ऑटोमोबाइल एक्सपर्ट का कहना है कि ई-20 पेट्रोल वाहनों पर कुछ तकनीकी असर डाल सकता है, जिसके बारे में वाहन मालिकों को जागरूक होना जरूरी है।
इसलिए पड़ता है माइलेज और इंजन पर असर
स्थानीय कार एक्सपर्ट साजिद हुसैन का कहना है कि ई-20 पेट्रोल में एथनाल की मात्रा अधिक होने से इसका ऊर्जा घनत्व सामान्य पेट्रोल से थोड़ा कम होता है। इसका सीधा असर माइलेज पर पड़ता है। पुराने वाहनों में माइलेज तीन से छह प्रतिशत तक घट सकता है। इसके अलावा, जिन गाड़ियों का फ्यूल सिस्टम ई-20 कम्पैटिबल नहीं है, उनमें लंबे समय तक ई-20 के उपयोग से फ्यूल पाइप, सील और गैसकेट में जंग लगने या क्रैक पड़ने का खतरा बढ़ सकता है। ऐसा ही असर पुरानी बाइक व स्कूटर्स पर होता है। बाइक व स्कूटर के कार्बोरेटर में खामी आती है। जिससे बाइक व स्कूटर्स का माइलेज खराब होता है और इंजन पर भी असर पड़ता है।
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एक्सपर्ट के मुताबिक कैसे करें बचाव
- वाहन निर्माता कंपनियां अब नई गाड़ियों को ई-20 कम्पैटिबल बना रही हैं। लेकिन यदि आपके पास पुराना वाहन है तो समय-समय पर सर्विसिंग और निरीक्षण कराना जरूरी है। फ्यूल फिल्टर और पाइप की नियमित जांच कराएं और यदि किसी प्रकार का लीकेज या क्रैक दिखे तो तुरंत बदलवाएं।
कार को लंबे समय तक खड़ा करने से पहले टैंक में पेट्रोल कम रखें, क्योंकि एथेनाल नमी सोखता है जिससे टैंक में जंग लगने का खतरा रहता है। वाहन को नियमित चलाते रहें ताकि ईंधन का मिश्रण स्थिर बना रहे।
बाइक और स्कूटरों के पेट्रोल टैंक समय-समय पर साफ कराते रहें। साथ ही कार्बोरेटर सहित अन्य पार्ट्स की भी जांच कराते रहना चाहिए। पेट्रोल में मिलाने के लिए बाजार में मिलाने के आयल व एडिटिव मिलाकर एथेनाल के प्रभाव को रोक सकते हैं।
पेट्रोल पंप पर दो तरह का पेट्रोल मिलता है। एक ई-20 और दूसरा प्रीमियम पेट्रोल। प्रीमियम पेट्रोल सामान्य पेट्रोल से थोड़ा महंगा होता है लेकिन यह वाहन के लिए अच्छा होता है। ऐसे में आप इसका उपयोग भी कर सकते हैं।