नईदुनिया प्रतिनिधि, इंदौर। देवी अहिल्या विश्वविद्यालय में आयोजित वाद-विवाद प्रतियोगिता में इंदौर महापौर (Indore Mayor Son) पुष्यमित्र भार्गव के पुत्र संघमित्र भार्गव द्वारा दिए भाषण के बाद राजनीति गर्मा गई है। कांग्रेस नेता और पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह ने इसकी तारीफ करते हुए कहा कि युवा ने प्रभावशाली भाषण दिया है। शुक्रवार दिनभर सोशळ मीडिया पर संघमित्र के भाषण को लेकर मैसेज चलते रहे। कांग्रेस नेता इसे केंद्र शासन के दावों की वास्तविकता बता रहे हैं तो भाजपा नेता वाद-विवाद प्रतियोगिता को राजनीति का अखाड़ा बनाने का आरोप लगा रहे हैं।
केबिनेट मंत्री कैलाश विजयवर्गीय ने अपने एक्स अकाउंट पर पोस्ट कर कहा कि संघमित्र को सिर्फ इसलिए ट्रोल किया जा रहा है क्योंकि वे महापौर के पुत्र हैं। वाद-विवाद प्रतियोगिता का मूल यही है कि कुछ प्रतिभागी पक्ष रखते हैं और कुछ विपक्ष। संघमित्र ने विपक्ष की भूमिका निभाते हुए अपनी वाककला का परिचय दिया। विजयवर्गीय ने कांग्रेस पर निशाना साधते हुए कहा कि कितना खेदजनक है कि राजनीति इतनी नीचे गिर जाए कि बच्चों की मासूम प्रतिभा भी उसकी भेंट चढ़ जाए। प्रदेश की राजनीति का इस स्तर तक गिरना वास्तव में चिंताजनक है।
आज हृदय व्यथित है
इंदौर महापौर श्री @advpushyamitra जी के सुपुत्र संघमित्र को वाद-विवाद प्रतियोगिता के एक सामान्य वक्तव्य पर राजनीतिक मोहरा बनाना न केवल निंदनीय है, बल्कि अमानवीय भी प्रतीत होता है।
वाद-विवाद प्रतियोगिता का मूल ही यही है कि कुछ प्रतिभागी पक्ष रखते हैं तो कुछ…
— Kailash Vijayvargiya (@KailashOnline) September 5, 2025
गुरुवार को देवी अहिल्या विश्व विद्यालय सभागृह में आयोजित पुरस्कार वितरण समारोह में महापौर पुष्यमित्र भार्गव के बेटे संघमित्र भार्गव ने केंद्र सरकार को घेरते हुए केंद्र की नाकमयाबी गिनाई थी। वे कार्यक्रम में वाद-विवाद प्रतियोगिता के विजेता के बतौर शामिल हुए थे। जिस समय संघमित्र केंद्र सरकार की नाकामयाबी गिना रहे थे उस समय मंच पर मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव, महापौर पुष्यमित्र भार्गव भी उपस्थित थे।
यह भी पढ़ें- Weather Update: MP में मूसलाधार बारिश ने मचाई तबाही, उज्जैन-धार समेत कई जिलों में मचा हाहाकार
संघमित्र ने केंद्र सरकार पर वादाखिलाफी का आरोप लगाते हुए कई सवाल दागे। उन्होंने कहा था कि सरकार ने बुलेट ट्रेन का सपना दिखाते हुए कहा था कि वर्ष 2022 तक अहमदाबाद से मुंबई के बीच बुलेट ट्रेन चलेगी। बुलेट ट्रेन तो नहीं चली लेकिन वादाखिलाफ की रफ्तार जरूर बढ़ गई। पिछले 10 वर्ष में 20 हजार लोग ट्रेन हादसों में जान गवा चुके हैं। मुख्यमंत्री मोहन यादव ने मंच से ही संघमित्र की प्रशंसा करते हुए कहा था कि उनके भाषण में बताए कुछ आंकड़ों में सुधार की आवश्यकता है।