नईदुनिया प्रतिनिधि, खंडवा। शहर में लगातार हो रही चोरियों की वारदातों को पुलिस ने गंभीरता से लिया और गुरुवार को चोरी करने वाले एक बदमाश को गिरफ्तार किया। चोर इतना शातिर था कि उसे पकड़ने के लिए पुलिस को डॉक्टर बनना पड़ा। डॉक्टर बनकर कोतवाली पुलिस के जवान बदमाश तक पहुंचे और उसे पकड़ लिया।
उल्लेखनीय है कि बुधवार देर रात स्टेशन रोड स्थित एक मोबाइल दुकान के टीन उचकाकर अज्ञात बदमाश सीसीटीवी कैमरे सहित नए मोबाइल और नगदी सहित लाखों का सामान ले गए थे। दुकानदार की शिकायत पर पुलिस बदमाश की तलाश कर रही थी। तभी एक बदमाश के संबंध में पुलिस को मुखबिर से सूचना मिली और पुलिस एक्टिव हुई।
कोतवाली पुलिस के जवान अमित यादव और लतेश तोमर ने बताया कि शुक्रवार को सूचना मिली थी कि एक बदमाश लाहोरी नाके के पास घूम रहा है। उसका स्वास्थ्य खराब है। उसके पास मोबाइल भी है। उक्त व्यक्ति का मोबाइल नंबर लेकर उसकाे बातों में लगाया और डॉक्टर के रूप में बात कर उसके इलाज की बात कही। इसके बाद उसकी लोकेशन निकाली और उसे पकड़ लिया।
गिरफ्तार किए गए बदमाश का नाम जय उर्फ जमील है, जो इंदौर के चंदन नगर का रहने वाला है। कुछ समय से खंडवा में रहकर भीख मांगता था। भिखारी के भेष में दिनभर भीख मांगते हुए रैकी करता था। मौका मिलते ही वो चोरी की वारदातों का अंजाम देता था।
उल्लेखनीय है कि बाम्बे बाजार के पास बीएसएनल आफिस स्टेशन रोड स्थित ओम साईं राम मोबाइल दुकान में बदमाश टीन उचकाकर घुसा था। उसने मोबाइल दुकान की सबसे पहले सीसीटीवी कैमरे की तार निकाली। इसके बाद वह दुकान के अंदर घुसे चोरों ने पहले 15 कीपैड मोबाइल, तीन एंड्राइड मोबाइल जो कि बैलेंस डालने वाले थे। नगद 500 की चिल्लर और नए मोबाइल भी चुरा ले गए।
दुकान मालिक अपनी दुकान खोलने के लिए दुकान पर आया तो देखा कि पूरा सामान बिखरा हुआ था। दुकान मालिक ने तुरंत पुलिस को सूचना दी। मौके पर पहुंची पुलिस ने आसपास पूछताछ की। जांच की इसके बाद डाग स्क्वाड मौके पर पहुंचा। फिंगर प्रिंट्स अधिकारी भी पहुंचे थे।तब से पुलिस बदमाश की तलाश कर रही थी। पुलिस ने बदमाश से चोरी का माल बरामद कर लिया लेकिन दुकान से चुराए दो मोबाइल खराब निकलने पर बदमाश से उन्हें बेच दिया था। पुलिस की इन मोबाइल और खरीदारों के संबंध में भी बदमाश से पूछताछ कर रही है।
भिखारी के भेष में घुमने वाला उक्त बदमाश इतना शातिर था कि उसने दुकान में घुसते ही सबसे पहले सीसीटीवी कैमरों की हार्ड डिस्क निकाली और मोबाइलों के पैक डिब्बे में इसे रख लिया। पुलिस को सूचना मलिने पर जब जवान दुकान पर पहुंच तो उन्हें घटना के फुटेज नहीं मिले। बदमाश को ढूंढने के लिए पुलिस के कैमरों का उपयोग किया गया।