नेशनल डेस्क, नई दिल्ली। विदेश मंत्री एस. जयशंकर ने गुरुवार को एक बार फिर स्पष्ट किया कि भारत यूक्रेन युद्ध के शीघ्र अंत और स्थायी शांति का समर्थन करता है। उन्होंने यह बयान अपने यूक्रेनी समकक्ष एंड्री सिबिहा के साथ फोन पर बातचीत के बाद दिया। बातचीत में दोनों नेताओं ने युद्ध रोकने और शांति बहाली को लेकर विस्तृत चर्चा की।
जयशंकर ने सोशल मीडिया प्लेटफ़ॉर्म एक्स (पूर्व में ट्विटर) पर लिखा, “हमने द्विपक्षीय सहयोग और यूक्रेन संघर्ष पर विचार-विमर्श किया। भारत इस युद्ध के शीघ्र अंत और स्थायी शांति स्थापना का समर्थन करता है।” यह बयान ऐसे समय आया है जब अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने भारत की स्थिति को लेकर सवाल उठाए थे।
फोन वार्ता के बाद सिबिहा ने कहा कि उन्होंने जयशंकर को युद्धक्षेत्र की मौजूदा स्थिति और यूक्रेन के न्यायपूर्ण शांति प्रयासों की जानकारी दी। उन्होंने भरोसा जताया कि भारत शांति प्रयासों में सक्रिय भूमिका निभाएगा। दोनों नेताओं ने इस महीने के अंत में संयुक्त राष्ट्र महासभा के दौरान आमने-सामने मुलाकात करने पर सहमति जताई।
गौरतलब है कि जयशंकर-सिबिहा वार्ता से तीन दिन पहले प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने चीन में शंघाई सहयोग संगठन (SCO) शिखर सम्मेलन के इतर रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन से मुलाकात की थी। उस दौरान प्रधानमंत्री मोदी ने स्पष्ट कहा था कि भारत, यूक्रेन में शांति स्थापित करने की दिशा में किए गए सभी प्रयासों का स्वागत करता है।
भारत लगातार कहता आया है कि युद्ध का समाधान केवल संवाद और कूटनीति से ही संभव है। जयशंकर का ताज़ा बयान और मोदी-पुतिन वार्ता यह संकेत देते हैं कि भारत वैश्विक मंच पर शांति प्रयासों में रचनात्मक भूमिका निभा रहा है।
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