Ayodhya Deepotsav 2025: इस बार अयोध्या में और भी भव्य होगा दीपोत्सव, 1 हजार ड्रोन दिखाएंगे शो
अयोध्या में इस वर्ष दीपोत्सव भव्य होगा, लेकिन विश्व रिकॉर्ड बनाने पर जोर नहीं दिया जाएगा। पर्यटन विभाग ने रिकॉर्ड बनाने का खर्च बचाकर 1000 ड्रोन शो कराने का निर्णय लिया है। योगी सरकार ने 2017 से लगातार सात वर्षों तक दीप प्रज्वलन के विश्व रिकॉर्ड बनाए थे।
Publish Date: Fri, 05 Sep 2025 12:09:30 PM (IST)
Updated Date: Fri, 05 Sep 2025 12:09:30 PM (IST)
इस बार और भव्य होगा दीपोत्सव। (फाइल फोटो)HighLights
- इस बार दीप प्रज्वलन का विश्व रिकॉर्ड नहीं बनेगा।
- 2017 से लगातार सात वर्षों तक रिकॉर्ड बने थे।
- बचाए गए खर्च से 1000 ड्रोन शो कराया जाएगा।
एजेंसी, अयोध्या। अयोध्या में दीपोत्सव बहुत ही भव्य होता है। पिछले कुछ वर्षों से उत्तर प्रदेश सरकार दीपों को प्रज्वलित करने का लगातार विश्व रिकॉर्ड बना रही है। इस बार भले रिकॉर्ड न बने, लेकिन यह पहले से बहुत ही भव्य और आकर्षक होने वाला है।
दरअसल, पर्यटन विभाग दीये जलाने का रिकॉर्ड सात साल से लगातार बना रहा था। हर साल पिछले साल से ज्यादा दिये जलते थे। इस साल यह तय किया गया है कि 2025 के दीपोत्सव में दीये जलाने का विश्व रिकॉर्ड नहीं बनाया जाएगा। इस पर होने वाले खर्चे को बचाकर एक हजार ड्रोन का शो किया जाएगा, जिससे यह और भी आकर्षक लगेगा।
19 अक्टूबर को अयोध्या में दीपोत्सव का आयोजन होने वाला है। योगी आदित्यनाथ मुख्यमंत्री बनने के बाद साल 2017 में इसका आयोजन शुरू किया था। उसके बाद से लगातार सात विश्व रिकॉर्ड गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड में दर्ज हुए थे।
अयोध्या में दीपोत्सव पर बने थे ये रिकॉर्ड
- पिछले दो वर्षों में अयोध्या के दीपोत्सव पर बने रिकॉर्ड की बात करें, तो इसमें 30 हजार स्वयं सेवकों ने सरयू नदी के 55 घाटों सहित दूसरे स्थलों पर 25 लाख 12 हजार 585 दीये जलाए थे। उसके बाद दूसरा रिकॉर्ड 1 हजार 121 अर्चकों ने सरयू नदी पर महाआरती की थी।
गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड के नियमों के अनुसार अपने ही रिकॉर्ड को तोड़कर नया रिकॉर्ड बनाने के लिए आवेदन देने पर पांच डॉलर का शुल्क लगता है। आयोजन स्थल पर जजों को बुलाने के लिए 10 हजार डॉलर का व्यवसायिक खर्च भी उठाना पड़ता है। पर्यटन मंत्रीने लिया इस खर्च को बचाने का निर्णय
पर्यटन मंत्री ने इस संदर्भ बैठक कर निर्णय लिया कि इस बार दीपोत्सव पर रिकॉर्ड बनाने पर जोर नहीं दिया जाएगा। इससे बचने वाले पैसों का इस्तेमाल दीपोत्सव को और भी भव्य व आकर्षक बनाने पर खर्च किया जाएगा।
अभी मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की अध्यक्षता में एक बैठक की जाएगी। उसमें इस पर अंतिम निर्णय लिया जाएगा।
पिछले वर्षों में दीपों की संख्या
- वर्ष 2017 में एक साथ 1.71 लाख दीप प्रज्वलित किए गए थे।
- वर्ष 2018 में 3.01 लाख दीप प्रज्वलित किए गए थे।
- वर्ष 2019 में 4.04 लाख दीप प्रज्वलित किए गए थे।
- वर्ष 2020 में 6.06 लाख दीप प्रज्ज्वलित किए गए थे।
- 2021 में 9.41 लाख दीये प्रज्वलित किए गए थे।
- वर्ष 2022 में 15.76 लाख दीये प्रज्वलित किए गए थे।
- वर्ष 2023 में 22.23 लाख दीप प्रज्वलित किए गए थे।
- वर्ष 2024 में 25,12,585 दीपों का प्रज्वलन किया गया था।