डिजिटल डेस्क, इंदौर। अमेरिकी वाणिज्य सचिव हॉवर्ड लुटनिक ने शुक्रवार को दावा किया कि आने वाले कुछ महीनों में भारत राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप से बातचीत करेगा। उन्होंने ब्रिक्स समूह में रूस और चीन के बीच भारत को "एक अहम कड़ी" बताया।
ब्लूमबर्ग को दिए एक इंटरव्यू में लुटनिक ने कहा, “मेरा मानना है कि हां, एक-दो महीने में भारत बातचीत की मेज पर होगा, माफी मांगेगा और डोनाल्ड ट्रंप के साथ समझौते की कोशिश करेगा।”
‘ट्रंप तय करेंगे क्या चाहते हैं’
लुटनिक ने आगे कहा, “यह पूरी तरह डोनाल्ड ट्रंप के विवेक पर है कि वे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से कैसे व्यवहार करना चाहते हैं। यही वजह है कि वे राष्ट्रपति हैं और फैसला उन्हीं का होगा।”
रूस से कच्चे तेल की खरीद पर भी लुटनिक ने नई दिल्ली के रुख को लेकर ट्रंप की राय का समर्थन किया। उन्होंने कहा, "रूस-यूक्रेन संघर्ष से पहले भारत रूस से 2% से भी कम तेल खरीदता था, लेकिन अब यह आंकड़ा बढ़कर 40% तक पहुंच गया है।"
ब्रिक्स गठबंधन को लेकर चेतावनी देते हुए लुटनिक ने कहा, "भारत को अमेरिका का समर्थन करने या रूस-चीन के साथ खड़े होने में से एक विकल्प चुनना होगा। वे ब्रिक्स में रूस और चीन के बीच एक कड़ी की तरह हैं। अगर यही भूमिका निभानी है, तो निभाइए।"
ट्रंप प्रशासन के अधिकारी ने आगे कहा, "या तो डॉलर का समर्थन करें, अमेरिका और अपने सबसे बड़े ग्राहक यानी अमेरिकी उपभोक्ताओं का समर्थन करें, वरना आपको 50% टैरिफ देना होगा। और देखते हैं यह व्यवस्था कब तक चलती है।”
ट्रंप की टिप्पणी के बाद आया बयान
लुटनिक का यह बयान डोनाल्ड ट्रंप के ट्रुथ सोशल पर किए गए पोस्ट के कुछ घंटे बाद सामने आया। ट्रंप ने लिखा था, “ऐसा लगता है कि भारत और रूस अब चीन के सबसे खतरनाक प्रभाव में आ गए हैं। उम्मीद है कि उनका भविष्य साथ में अच्छा और समृद्ध हो।” इसके साथ ही ट्रंप ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन और चीनी राष्ट्रपति शी जिनपिंग की एक पुरानी फोटो भी शेयर की।
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