एजेंसी, न्यूयॉर्क। अमेरिका के पूर्व राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार जॉन बोल्टन ने अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप और भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के रिश्तों को लेकर बड़ा बयान दिया है। उन्होंने कहा कि अब दोनों की निजी दोस्ती खत्म हो चुकी है।
उनका कहना है कि किसी भी विश्व नेता के साथ ट्रंप की व्यक्तिगत नजदीकियां लंबे समय तक अंतरराष्ट्रीय रिश्तों को नहीं बचा पातीं। यह बयान ऐसे समय में आया है, जब भारत-अमेरिका रिश्ते बेहद खराब दौर से गुजर रहे हैं।
ब्रिटिश मीडिया पोर्टल एलबीसी को दिए इंटरव्यू में बोल्टन ने कहा कि ट्रंप की विदेश नीति उनके नेताओं से अपनी व्यक्तिगत दोस्ती पर निर्भर करती है। जैसे कि ट्रंप व्लादिमीर पुतिन से दोस्ती को अमेरिका-रूस रिश्तों की मजबूती मान लेते थे।
मोदी से नजदीकी को भारत-अमेरिका संबंधों की गारंटी मान बैठे थे। अब यह दोस्तियां टूट चुकी हैं, तो इन दोनों देशों से अमेरिका के रिश्ते भी खत्म हो चुके हैं। खासकर भारत के साथ खराब संबंध हमारे लिए नुकसानदेह है। इसके पीछे का कारण ट्रंप प्रशासन का लगातार भारत के खिलाफ बोलना है।
बोल्टन ने साफ कहा कि ट्रंप प्रशासन की नीतियों ने भारत-अमेरिका रिश्तों को दशकों पीछे धकेल दिया है। खासकर, रूस से तेल आयात करने पर भारत पर लगाए गए टैरिफ ने नई दिल्ली को रूस और चीन की ओर झुकने पर मजबूर कर दिया। उन्होंने इसे ट्रंप की बड़ी रणनीतिक गलती करार दिया।
बोल्टन ने कहा कि अमेरिका की इस गलती से चीन ने बड़ा फायदा उठाया है। उसने खुद को भारत के लिए अमेरिका और ट्रंप के विकल्प के तौर पर पेश किया है। उनका मानना है कि भारत-अमेरिका रिश्ते सुधर सकते हैं, लेकिन फिलहाल हालात बेहद खराब हैं और ट्रंप की नीतियों ने दोनों देशों के बीच विश्वास को गहरा आघात पहुंचाया है।